Advertisement

2025 से ज़मीन का रजिस्ट्रेशन हुआ सख्त! इन 4 डॉक्यूमेंट्स के बिना नहीं होगा कोई सौदा Land Registration New Guidelines

Land Registration New Guidelines  नए साल 2025 की शुरुआत के साथ भारत सरकार ने जमीन की खरीद-बिक्री के क्षेत्र में एक ऐतिहासिक कदम उठाया है। देश भर में जमीन रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया को पूरी तरह से डिजिटल बना दिया गया है। यह बदलाव सिर्फ प्रक्रिया को सरल बनाने के लिए नहीं, बल्कि पूरे सिस्टम में पारदर्शिता लाने और भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के लिए किया गया है।

पुराने जमाने में जमीन की रजिस्ट्री करवाना एक जटिल और थकाऊ प्रक्रिया थी। लोगों को सरकारी दफ्तरों के बार-बार चक्कर काटने पड़ते थे, दलालों पर निर्भर रहना पड़ता था और कई बार अनावश्यक पैसे भी खर्च करने पड़ते थे। लेकिन अब यह सब बदल गया है।

क्यों जरूरी था यह बदलाव?

भारत में जमीन से जुड़े विवादों की संख्या हमेशा से बहुत अधिक रही है। अनुमानों के अनुसार, देश के अदालतों में लंबित मामलों का लगभग 60 प्रतिशत हिस्सा जमीन से संबंधित है। इन विवादों के पीछे कई कारण हैं:

Also Read:
पावसामुळे कांद्याचे मोठे नुकसान, कांद्याच्या दरात झाली वाढ onion prices increase
  1. अस्पष्ट दस्तावेज और रिकॉर्ड
  2. जमीन की रजिस्ट्री में धोखाधड़ी
  3. बेनामी संपत्ति का मुद्दा
  4. रिकॉर्ड के रखरखाव में कमियां

नए डिजिटल सिस्टम का मुख्य उद्देश्य इन समस्याओं को दूर करना और एक पारदर्शी, सुरक्षित और विश्वसनीय प्रणाली स्थापित करना है।

2025 के नए नियमों की विशेषताएं

1. संपूर्ण डिजिटल रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया

नई प्रणाली के तहत, अब आपको रजिस्ट्री के लिए सब-रजिस्ट्रार कार्यालय के चक्कर नहीं लगाने होंगे। अब आप घर बैठे ही सरकारी पोर्टल पर जाकर आवेदन कर सकते हैं। सभी आवश्यक दस्तावेजों की स्कैन कॉपी अपलोड करनी होगी। डिजिटल हस्ताक्षर के बाद आपको डिजिटल प्रमाण पत्र मिल जाएगा। यह प्रक्रिया न सिर्फ समय की बचत करेगी बल्कि पूरी तरह से पारदर्शी और सुरक्षित भी होगी।

2. आधार कार्ड लिंकिंग अनिवार्य

नए नियमों के अनुसार, जमीन की रजिस्ट्री के लिए खरीदार और विक्रेता दोनों के आधार कार्ड का लिंक होना अनिवार्य कर दिया गया है। इससे फर्जी रजिस्ट्री और बेनामी संपत्ति के मामलों पर रोक लग सकेगी। बिना आधार कार्ड के किसी भी प्रकार की रजिस्ट्री संभव नहीं होगी, इसलिए यह सबसे महत्वपूर्ण दस्तावेज बन गया है।

Also Read:
या लोकांचे राशन होणार कायमचे बंद, सरकारचा नवीन नियम लागू new government rule implemented

3. वीडियो रिकॉर्डिंग की अनिवार्यता

रजिस्ट्री प्रक्रिया के दौरान खरीदार, विक्रेता और गवाहों की वीडियो रिकॉर्डिंग अब अनिवार्य कर दी गई है। यह रिकॉर्डिंग भविष्य में किसी भी विवाद की स्थिति में महत्वपूर्ण सबूत के रूप में काम आएगी। इससे न्याय प्रक्रिया में भी सुधार होगा और गलत तरीके से जमीन हथियाने की प्रवृत्ति पर अंकुश लगेगा।

4. ऑनलाइन फीस और स्टांप ड्यूटी भुगतान

नए नियमों के अनुसार, रजिस्ट्रेशन फीस और स्टांप ड्यूटी का भुगतान केवल ऑनलाइन माध्यमों जैसे UPI, नेट बैंकिंग या कार्ड से ही किया जा सकता है। नकद भुगतान का विकल्प पूरी तरह से समाप्त कर दिया गया है। इससे भ्रष्टाचार की संभावना काफी हद तक कम हो जाएगी और पूरी प्रक्रिया में पारदर्शिता आएगी।

रजिस्ट्री के लिए आवश्यक दस्तावेज

अगर आप जमीन की रजिस्ट्री करवाना चाहते हैं, तो निम्नलिखित दस्तावेज आपके पास अवश्य होने चाहिए:

Also Read:
राशन कार्ड धारकांना या दिवशी पासून मिळणार 1000 हजार रुपये Ration card holders will get
  1. आधार कार्ड: खरीदार और विक्रेता दोनों का
  2. पैन कार्ड: आयकर के लिए अनिवार्य
  3. भूमि स्वामित्व प्रमाण पत्र या जमाबंदी: जमीन के वर्तमान मालिक का प्रमाण
  4. भूमि का नक्शा या प्लॉट मैप: सटीक स्थान और सीमाओं का विवरण
  5. सेल डीड या टाइटल डीड: पिछले स्वामित्व का प्रमाण
  6. नॉन एनकंब्रेंस सर्टिफिकेट: यह प्रमाणित करता है कि संपत्ति पर कोई कर्ज या विवाद नहीं है
  7. संपत्ति कर की रसीद: यह दिखाती है कि सभी कर अद्यतन हैं
  8. बैंक पासबुक की कॉपी: भुगतान विवरण के लिए
  9. कोई अन्य फोटो पहचान पत्र: अतिरिक्त पहचान के लिए

इन सभी दस्तावेजों की स्कैन कॉपी पोर्टल पर अपलोड करनी होगी। किसी भी दस्तावेज की कमी होने पर रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया अधूरी रह जाएगी।

स्टेप-बाय-स्टेप रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया

नई डिजिटल रजिस्ट्री प्रक्रिया को निम्नलिखित चरणों में समझा जा सकता है:

  1. आवेदन: सरकारी पोर्टल पर जाकर ऑनलाइन आवेदन फॉर्म भरें
  2. दस्तावेज अपलोड: सभी आवश्यक दस्तावेजों की स्कैन कॉपी अपलोड करें
  3. शुल्क भुगतान: ऑनलाइन माध्यम से रजिस्ट्रेशन फीस और स्टांप ड्यूटी का भुगतान करें
  4. सत्यापन: विभाग द्वारा आपके सभी दस्तावेजों का सत्यापन किया जाएगा
  5. अपॉइंटमेंट: सत्यापन के बाद आपको रजिस्ट्री के लिए एक निश्चित तारीख और समय मिलेगा
  6. बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन: निर्धारित तिथि पर आपको बायोमेट्रिक सत्यापन के लिए उपस्थित होना होगा
  7. डिजिटल हस्ताक्षर: रजिस्ट्रार द्वारा डिजिटल हस्ताक्षर किए जाएंगे
  8. प्रमाण पत्र: रजिस्ट्री पूरी होने के बाद आपको डिजिटल प्रमाण पत्र प्राप्त होगा

महिलाओं और बेटियों के लिए विशेष प्रावधान

2025 के नए नियमों में महिलाओं और बेटियों के अधिकारों का विशेष ध्यान रखा गया है। अब बेटियों को पैतृक संपत्ति में समान अधिकार मिलेगा और विवाहित महिलाओं को पति की संपत्ति में भी कानूनी हक प्राप्त होगा। इससे संपत्ति के मामले में महिलाओं को अधिक सुरक्षा और अधिकार मिलेंगे। यह कदम लिंग समानता की दिशा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है।

Also Read:
शेतकऱ्यांच्या बँक खात्यात पीक विमा जमा होण्यास सुरुवात Crop insurance payments

टैक्स और जीएसटी में परिवर्तन

नए नियमों के साथ संपत्ति पर लगने वाले करों में भी बदलाव किए गए हैं। अलग-अलग प्रकार की संपत्तियों पर जीएसटी की दरें निम्नलिखित हैं:

  1. अफोर्डेबल होम्स (45 लाख तक): 1% जीएसटी
  2. आवासीय संपत्ति: 5% जीएसटी
  3. वाणिज्यिक संपत्ति: 12% जीएसटी
  4. खाली प्लॉट (बिना निर्माण): जीएसटी से मुक्त

इसके अलावा, अब दो स्व-निवासित (सेल्फ ऑक्यूपाइड) संपत्तियों पर टैक्स में छूट मिलेगी, जबकि पहले यह सुविधा केवल एक संपत्ति पर उपलब्ध थी।

डिजिटल रिकॉर्ड मैनेजमेंट

नई प्रणाली का एक महत्वपूर्ण लाभ है – सभी संपत्ति रिकॉर्ड्स का डिजिटल रूप में संग्रहण। अब सभी रजिस्टर्ड प्रॉपर्टी के रिकॉर्ड डिजिटल पोर्टल पर उपलब्ध होंगे। इससे न केवल पारदर्शिता बढ़ेगी बल्कि किसी भी समय, कहीं से भी इन रिकॉर्ड्स तक पहुंच संभव होगी। यदि आप रजिस्ट्री रद्द करना चाहते हैं, तो अधिकतम 90 दिनों का समय मिलेगा, हालांकि यह अवधि राज्य के अनुसार भिन्न हो सकती है।

Also Read:
तूर बाजार भावात मोठी वाढ, येथे मिळतोय सर्वाधिक दर tur market prices

नए सिस्टम के फायदे और चुनौतियां

फायदे:

  1. समय की बचत: पूरी प्रक्रिया तेज और सुविधाजनक हो गई है
  2. पारदर्शिता: सभी लेनदेन डिजिटल रूप से रिकॉर्ड होते हैं
  3. भ्रष्टाचार में कमी: नकद लेनदेन की समाप्ति से भ्रष्टाचार में कमी आएगी
  4. सुरक्षित रिकॉर्ड: सभी दस्तावेज डिजिटल रूप में सुरक्षित रहेंगे
  5. विवादों में कमी: स्पष्ट दस्तावेजीकरण से भविष्य के विवादों में कमी आएगी

चुनौतियां:

  1. डिजिटल साक्षरता की आवश्यकता: ग्रामीण क्षेत्रों में कम डिजिटल साक्षरता एक बड़ी चुनौती है
  2. इंटरनेट कनेक्टिविटी: सभी क्षेत्रों में विश्वसनीय इंटरनेट कनेक्शन की आवश्यकता
  3. पुराने रिकॉर्ड का डिजिटलीकरण: पुराने रिकॉर्ड्स को डिजिटल फॉर्मेट में लाना एक बड़ी चुनौती है
  4. दस्तावेज़ों की उपलब्धता: कई लोगों के पास सभी आवश्यक दस्तावेज़ नहीं हो सकते हैं

भारत सरकार द्वारा 2025 में लागू किए गए नए जमीन रजिस्ट्रेशन नियमों ने पूरी प्रक्रिया को आधुनिक और पारदर्शी बना दिया है। यह डिजिटल इंडिया की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। हालांकि इस बदलाव से कुछ चुनौतियां भी सामने आई हैं, लेकिन दीर्घकालिक दृष्टि से यह देश के लिए फायदेमंद साबित होगा।

अगर आप भी जमीन खरीदने या बेचने की योजना बना रहे हैं, तो इन नए नियमों की जानकारी रखना आवश्यक है। सही दस्तावेजों के साथ तैयारी करके आप बिना किसी परेशानी के अपनी संपत्ति की रजिस्ट्री करवा सकते हैं। याद रखें, अब सब कुछ डिजिटल है, और यह आपके समय और पैसे दोनों की बचत करेगा।

Also Read:
जून महिन्याचा हप्ता महिलांच्या बँक खात्यात जमा चेक करा मेसेज women’s bank account
5 seconds remaining

Leave a Comment

व्हाट्सअप ग्रुप जॉईन करा